भोपाल से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार बनते ही दिग्गी राजा का धर्म प्रेम फिर जाग गया है। मंगलवार को दिग्गी राजा ने जबलपुर में जैन आचार्य विद्यासागर से भेंट की वहीं रायसेन में आधी रात को हजरत पीर फतेउल्ला शाह चिश्ती की दरगाह पर जाकर चादर चढ़ाई और मन्नत मांगी। सियासी जानकारों का कहना है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से उम्मीदवार बनाए जाने से बिलकुल नाखुश हैं लेकिन जब पार्टी ने उन्हें बलि का बकरा बना ही दिया है तो वो संतों के पैर छूने और दरगाहों पर मत्था टेकने में जुट गए हैं ताकि संतों और पीरों की दुआओं से कुछ काम बन जाए। दिग्गी राजा के समर्थक जहां एक तरफ उन्हें बीजेपी के नेताओं से बड़ा हिंदूवादी साबित करने में जुटे हैं वहीं दिग्विजय सिंह खुद जैन संतों से मिलकर और दरगाहों पर जाकर सर्वधर्म सद्भाव का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। अब पता नहीं इस धार्मिक छवि से दिग्गी राजा अपने भगवा आतंकवाद जैसे बयानों को कितना डायल्यूट कर पाएंगे या मिस्टर बंटाधार की पदवी को झुठला पाएंगे ये देखने की बात होगी।