Ajit pawar ने दिया इस्तीफा, क्या रणनीति पर नहीं था भरोसा

162 विधायकों को वफादारी की शपथ, ओपन फ्लोर टेस्ट, सभी विधायकों का साथ. फिलहाल तो यही नजर आ रहा है कि इन सब खबरों के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की खिचड़ी सरकार बनना तय है. तीन दलों का कॉन्फिडेंस देखकर भी ऐसा ही लग रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में कह ही दिया है कि बुधवार शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट हो जाना चाहिए. खास बात ये है कि फ्लोर टेस्ट भी गुप्त मतदान से नहीं होगा. खुल्लम खुल्ला विधायकों को अपना रूख स्पष्ट करना होगा. विधायकों के लिए तो ये मुश्किल की घड़ी है ही. जिस वक्त 162 विधायक अपनी अपनी पार्टी से विफादारी की कसमें खा रहे थे उस वक्त अजित पवार अपने घर पर चुपचाप अकेले बैठे थे. उनका साथ देने वाले विधायक भी उस कतार में खड़े थे जहां एनसीपी की खातिर शपथ ग्रहण चल रहा था. जाहिर है अकेले में बैठ कर यही सोच रहे होंगे कि बुधवार को जब फ्लोर टेस्ट होगा उनकी रणनीति क्या होगी.

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