[2:01 PM, 3/4/2020] Juhi Mem: ठाकरे परिवार और विरासत के वारिस आदित्य ठाकरे पहली बार चुनाव लड़े, जीते और मंत्री भी बन गए. लेकिन इतने कम समय में सियासी दांव पेंच की समझ जरा कमजोर ही है. उनका पापा यानि कि उद्धव ठाकरे का भी यही हाल है. जो शिवसेना की परंपरा को तोड़ कर सक्रिय राजनीति में आए और सीधे सीएम पद पर काबिज हो गए. लेकिन विधानसभा में उठने वाले सवालों पर जवाब देकर मुंहतोड़ जवाब देने की कला में जरा कच्चे ही हैं. इसलिए जब बेटे आदित्य ठाकरे पर सवालों की बौछार हुई तो पापा काम नहीं आए. दरअसल विधासभा की कार्रवाई में आदित्य ठाकरे से सवाल हुए कि पर्यटन विकास केल ए एशियन बैंक से कर्ज लेने के बारे में सरकार क्या कार्रवाई कर रही है. आदित्य ठाकरे से ये सवाल पूछा देवेंद्र फडणवीस ने. जो खुद महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं और वरिष्ठ राजनेता भी हैं. उनके इस सवाल पर आदित्य बगले झांकने लगे. ऐसे में पापा तो काम नहीं आए लेकिन अजित पवार ने मामले की नजाकत को भांपते हुए तुरंत उपमुख्यमंत्री होने का फर्ज अदा किया और सवाल का संतुलित जवाब देकर मामला रफा दफा किया. अजित ने कहा कि सरकार इस मामले पर पहले भी बैठक कर चुकी है. विपक्षी दल के सुझाव का हम स्वागत करते हैं. भई वाह अपने पर्यावरण मंत्री की लाज भी बचा ली और विपक्ष को भी शांत कर दिया. इसे ही तो तजुर्बा कहते हैं.