इन दिनों लोग मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को गफलतों की सरकार कहने लगे हैं। कोई मंत्री कुछ कहता है फिर सीएम या दिग्विजय सिंह की डांट पड़ती है तो अगले दिन बयान वापस ले लेता है या पलट जाता है। मंत्रियों की अनर्गल बयानबाजी के बाद चुनिंदा लोगों को बोलने की इजाजत मिलती है लेकिन फिर भी गफलतों का दौर खत्म नहीं होता। पता ही नहीं चलता कि सरकार की आइडियोलॉजी क्या है? या सरकार, मंत्रियों और कांग्रेस के बीच आपसी तालमेल है भी या नहीं। फिलहाल ताजा मामला गृह मंत्रालय और वन मंत्रालय से जुड़ा है। गृह मंत्रालय ने मंदसौर गोलीकांड मामले में क्लीन चिट दे दी वहीं वन मंत्रालय ने नर्मदा किनारे पौधारोपण मामले में क्लीन चिट दे दी। इसके बाद वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने खरी खरी सुनाई तो सरकार बैकफुट पर आ गई या कहें कि सफाई मोड में आ गई। अब सीएम कमलनाथ से लेकर गृह मंत्री और वन मंत्री सभी सफाई देने में जुटे हैं। आपको सभी का बयान सुनवाते हैं ताकि आप भी समझ सकें कि किसने क्या कहा।