हंसमुख सी इमरती देवी को कभी भी गुस्सा आ सकता है. वैसे कुछ दिन पहले तो ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें इमरती देवी आंख फोड़ने की धमकी तक देती सुनी गईं. हालांकि खुद ने ये कहकर ऑडियो खारिज कर दिया कि क्या हम ऐसे गुस्सा कर सकते हैं. भई अलबेली सी इमरती को देखकर लगता तो नहीं कि वो ऐसे गुस्सा कर सकती हैं. पर दलित के नाम पर हंसती खिलखिलाती इमरती भी गुस्से से बिफर गईं. और कुछ ऐसे खुलासे किए कि कांग्रेस को फिर बुरा लग गया. वो भी सीधे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम लेकर. जिनकी कैबिनेट में वो महिला एवं बाल विकास मंत्री भी रहीं. इमरती का गुस्सा गुना के दलित किसान से जुड़ी घटना पर है. वैसे आपको बता दें कि इमरती को घटना से लेना देना कुछ है नहीं. गुस्सा तो इसलिए आया क्योंकि कांग्रेस इस पूरे मामले पर खुद को दलित हितैषी साबित करने की कोशिश कर रही है. बस इमरती को इसी बात से ऐतराज है. कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इमरती ने कहा कि असल दलित और अनुसूचित जाति जनजाति विरोधी तो कांग्रेस है. ये भी दावा किया कि कमलनाथ कैबिनेट में रहते हुए उन्होंने खुद ये बातें महसूस कीं. इमरती का कहना है कि सीएम रहते हुए कमलनाथ ने कभी उन्हें सम्मान से बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं दी. क्योंकि वो अनुसूचित जाति वर्ग से हैं. इसके बाद ये सवाल भी दाग दिया कि अगर कांग्रेस को दलितों की इतनी ही चिंता है तो सवा साल में 2 अप्रैल को हुई हिंसा में दर्ज प्रकरण वापस क्यों नहीं लिए. इतना ही नहीं फूल सिंह बरैया को दिग्विजय सिंह के बदले राज्यसभा क्यों नहीं भेजा. इस मामले में दूसरे नेताओं से ज्यादा हमलावर हो गई हैं इमरती देवी. देखना ये है कि कांग्रेस कैसे इमरती के इन तीखे सवालों का जवाब देती है. #mpnews #Newslivemp #politics #imartidevi #kamalnath #bjp #congress #gunaviralvideo #madhyapradeshpolitics #bhopal #byelection2020 #upchunav2020