गुना में एक गरीब किसान का अतिक्रमण हटाने इतना बड़ा अमला पहुंचता है. लाठियां बरसाई जाती हैं.
लाख मिन्नतों के बावजूद किसान के परिवार पर बेरहमी का दौर नहीं थमता. बेबस किसान कीटनाशक पीने पर मजबूर होता है. बेसुध माता पिता के आसपास मासूम बच्चों का रोना, बिलखना, गुस्सा कर नहीं सकते. पर बेकाबू होते जज्बातों को भी संभाले कैसे. गुस्सा तो है पर गुस्सा निकाले कैसे. इन पुलिस वालों पर इन आंसुओं को, इन दर्दभरी चीखों का असर भी तो नहीं होता.
लंबे समय तक गुना के इस गांव के इस खेत में चीख पुकार मचती रही और सिर्फ हुक्म बचाने वाली जेसीबी इनकी मेहनत को रौंदती रही. पर इसके बाद जो हुआ वो तो और भी बुरा था. बंद कमरों में चैन से बैठे हुक्मरानों को राजनीति चमकाने का मौका मिल गया. वीडियो वायरल हुए तो कांग्रेस को मुद्दा मिल गया. पूर्व सीएम कमलनाथ ने मामले पर ट्वीट किया. इसके बाद हर कांग्रेसी की वॉल पर ये वीडियो नजर आए. सवाल उठाए अच्छा किया. पर आगे क्या.
गुना शिवपुरी के सांसद केपी यादव की क्या प्रतिक्रिया रही पता नहीं. वैसे भी अब इस क्षेत्र के पुराने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ज्यादा सक्रिय हो गए हैं. जिन्होंने ट्वीट किया और बताया कि जिले के कलेक्टर और एसपी हटा दिए गए हैं. उसके बाद बारी आई गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की.
घटना के वीडियो वायरल हुआ तो ट्वीटर पर ट्रंड करने लगा शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा दो. पर क्या शिवराज का इस्तीफा काफी है. पर कुछ सवाल जिसके उठने का इंतजार अब भी है और फिर उनके जवाबों का भी. क्या इस घटना के बाद कलेक्टर और एसपी को हटा दिया जाना काफी है. उस दर्द का क्या जो इस गरीब किसान के परिवार ने सहा. उस नुकसान का क्या जिसे बचाने के लिए पहले लाठियां खाईं और फिर कीटनाशक तक पी लिया. और इन सबसे ऊपर इन मासूम आंसुओं को पोंछने वाला कौन है. क्या सिर्फ एक घोषणा से इस दर्द की भरपाई हो सकती है. न्यूज लाइव एमपी की रिपोर्ट. #FarmerSuicide #DalitCoupleGuna #mpnews #newslivemp #gunanews #gunaviralvideo #bjp #congress #politics #gunafarmernews