नसरूललागंज में एक स्कूल ऐसा है जहां के बच्चों ने शिक्षिका को कभी नहीं देखा लेकिन उस शिक्षिका के नाम से बाकायदा 12 सालों से तनख्वाह निकल रही है। लोगों का कहना है कि या तो तो इस स्कूल में कभी निरीक्षण नहीं हुआ या फिर पूरे स्टाफ ने मिलकर मामले में पर्दा डालकर फर्जीवाड़ा किया। इस मामले में कलेक्टर को एक शिकायत ग्राम सूखी नदी पंचायत पिपलानी के ग्रामीणों द्वारा दी गई जबकि इस मामले पर शिक्षा विभाग के अधिकारी को भी कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई ।
जानकारी के अनुसार ग्राम पिपलानी पंचायत के अंतर्गत आने वाले सूखी नदी में स्थित प्राथमिक शाला में शिक्षिका आशा महेश्वरी की पदस्थापना वर्ष 2007 में की गई थी लेकिन ग्रामीणों की मानें तो इस शिक्षिका को उन्होंने कभी स्कूल में देखा ही नहीं। जबकि उपस्थिति पंजी पर शिक्षिका के फर्जी हस्ताक्षर भी लगातार होते गए ऐसे में यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो जाता है कि फर्जी हस्ताक्षर कर उपस्थिति दर्ज कराई गई और वेतन भी निकाला गया।