इलाके में हुआ खून
ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने
पुलिस ने पहना शक का चश्मा
यही शक का चश्मा पुलिस ने इंदौर के खजराना इलाके में पहना. लेकिन इस बार ये चश्मा किसी क्राइम इनवेस्टिगेशन के लिए नहीं लगाया गया. बल्कि ब्लाइंड मर्डर की तर्ज पर खोज हुई इलाके के कोरोना पीड़ितों की. यहां पुलिस को जैसे ही पहले कोरोना पॉजीटिव की जानकारी मिली. पुलिस ने उसकी पिछली सारी कुंडली खंगाल डाली. वो बीते दिनों में कहां कहां गया. किस किस से मिला. सारी जानकारी पुलिस की फिंगर टिप्स पर थीं. खजराना का पहला संक्रमित था सादिक शहनवाज नाम का शख्स. उसके कोरोना पॉजीटिव मिलते ही पुलिस ने पहले उसकी दोनों पत्नियों को क्वारेंटाइ किया. फिर उसने जहां जहां से फल, सब्जी, दूध दही और राशन का सामान खरीदा उन्हें भी क्वारेंटाइन किया गया. सादिक से सीधे मिलने वाले आठ और उन आठ से मिलने वाले तकरीबन 24 लोगों को क्वारेंटाइन किया. इस तरह कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सभी लोगों को क्वारेंटाइन किया गया. ठीक उसी तरह जैसे ब्लाइंड मर्डर के शक में पुलिस हर शख्स को गिरफ्त में लेती गई और क्वारेंटाइन में भेजती गई. क्राइम को खत्म करने का ये तरीका कोरोना को खत्म करने में भी काम आया. जिसकी बदौलत ये दावा किया जा रहा है कि खजराना में कोरोना के मरीज 90 प्रतिशत तक ठीक हो चुके हैं.