कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बैठक करने वाले सरकारी अफसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है. दरअसल सिंधिया पिछले दिनों अपनी लोकसभा क्षेत्र में थे. हालांकि वो चुनाव हार चुके हैं लेकिन अब तक सांसद की तरह ही बर्ताव कर रहे हैं. इसी ठसक में महाराज साहब ने सरकारी अफसरों को अपने बंगले पर बुलाया और बैठक की. कामकाज की समीक्षा भी की. पर किस अधिकार से. ये सवाल कांग्रेस तो पूछती नहीं लेकिन बीजेपी ने पूछा. क्योंकि महाराज के पास न तो सरकार में कोई पद है न वो क्षेत्र के सांसद बने हैं. फिर किस अधिकार से वो सरकारी अधिकारियों को बुलाकर बैठक ले सकते हैं. ये सवाल बीजेपी ने शिकायत के तौर पर राज्यपाल के पास दर्ज करवा दिया. अब राज्यपाल ने इस मामले पर सख्त रवैया अपना लिया है. और सरकार को अधिकारियों पर जांच के निर्देश दिए हैं.