कोविड 19 से पीड़ि होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निजी अस्पताल में भर्ती हैं. ताज्जुब सबको हुआ कि सीएम ने भर्ती होने के लिए निजी अस्पताल को क्यों चुना. जबकि कुछ सरकारी अस्पताल भी कोविड 19 सेंटर बनाए गए हैं. कायदे से विपक्ष यानि कि कांग्रेस का काम था इस संबंध में सवाल उठाना. लेकिन कांग्रेस के कुछ बहुत ही सक्रिय प्रवक्ता सिर्फ ट्विटर पर सलाह देते रहे कि सीएम को कमलनाथ की तरह सरकारी अस्पताल में भर्ती होना चाहिए था. बाकि प्रदेश के आला नेताओं की बात ही न की जाए. जिन्होंने इस मुद्दे पर ज्यादा बोलना जरूरी नहीं समझा. वो लोग राफेल मुद्दे पर अटके हुए हैं. शायद प्रदेश के ऐसे मुद्दे पर बोलना नहीं चाहते या बोलने लायक उनके पास कुछ है नहीं. पर कांग्रेस विधायक और शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहे अजय विश्नोई ने बड़ा लाजमी सा सवाल उठाया है. सत्ता पक्ष के विधायक हो कर भी वो अपने ही मुख्यमंत्री से सवाल करने से नहीं चूके. विश्नोई ने ट्वीट कर सवाल किया है कि सीएम चिरायु में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं उनसे निवेदन करता हूं कि वो चिरायु में रह कर वो भी देखें कि चिरायु में ऐसा क्या है जो हम नो लिमिट बजट और सतत मॉनिटरिंग के बाद भी प्रदेश के दूसरे सरकारी मेडिकल कॉलेजेस में नहीं बना सके. फिर सवाल किया है कि क्यों प्रदेश के सभी वीआईपी चिरायु की शरण में जाने पर मजबूर हैं. दो ट्वीट के जरिए विश्नोई ने ये बात कही है. जिन सवालों के उठने की उम्मीद कमलनाथ और कांग्रेस से थी वो सवाल सत्ता पक्ष के ही विधायक ने पूछ लिया है. जिस पर लोगों ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. एक शख्स ने लिखा है कि विश्नोई जी आपका सवाल लाजिम है. 15 साल में ऐसे सरकारी अस्पताल बनाए ही नहीं गए. इसके अलावा भी ट्वीटर पर लोगों ने अपने अपने मत रखे हैं. #mpnews #Newslivemp #bjp #congress #kamalnath #ajayvishnoi #shivrajsinghhcouhan #shivrajcoroanupdates