राजस्थान में तेजी से पैर फैलाते कोरोना वायरस के बीच प्रदेश की सियासत भी गर्मा रही है. जिसकी वजह है सीएम अशोक गहलोत का एक फैसला. और उस फैसले के खिलाफ उपमुख्यमंत्री का इंटरव्यू. जिसने एक बार फिर दोनों के बीच चल रहे कोल्ड वॉर को उजागर कर दिया है. हुआ ये कि सीएम गहलोत ने ऐलान किया कि 460 केवीएसएस और जीएसएस को किसानों के लिए खोले जाएंगे. उसके कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर पायलट ने एक इंटरव्यू दे डाला जिसमें उन्होंने कहा है कि कई जिलों में कोरोना नहीं पहुंचा है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वहां लॉकडाउन हटा दिया जाए या कोई भी लापरवाही बरती जाए. ऐसे में प्रदेश सरकार और खुद सीएम गहलोत को अपने इस फैसले को लेकर टेंशन होना स्वाभाविक है. क्योंकि विपक्ष से पहले खुद उनका एक सिपहसालार उनके फैसले के खिलाफ खड़ा है.