पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में उपचुनाव का बिगुल फूंक दिया है. सावन सोमवार के अगले दिन मंगलवार को कमलनाथ उज्जैन पहुंचे. महाकाल का आशीर्वाद लिया. कामना की कि उपचुनाव में जीत हो. और उसके बाद जंग का ऐलान कर दिया. उपचुनाव के प्रचार के लिए कमलनाथ पूरी तरह फॉर्म में आ चुके हैं. चुनावी शंखनाद किया बदनावर से. जो सिंधिया समर्थक राजवर्धन दत्तीगांव का क्षेत्र है. कमलनाथ ने चुनाव प्रचार और कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का काम इसी सीट से शुरू किया है. पहले खबर थी कि यहां से दि ग्विजय सिंह को टिकट दिया जा सकता है. पर दिग्विजय सिंह के राज्यसभा जाने के बाद ये साफ हो गया कि वो विधानसभा चुनाव लड़ने वाले नहीं है. लिहाजा बदनावर से कांग्रेस नए चेहरे की तलाश में है. ये तलाश ध्रुवनारायण सिंह बिडवाल पर जाकर खत्म हो सकती है. यानि राजा से एक राजा का मुकाबला हो सकता है. प्रत्याशी तय नहीं है पर कमलनाथ की ऊर्जा में कोई कमी नहीं है. बदनावर में उन्होंने इतनी जोरदार हुंकार भरी कि दत्तीगांव का किला भी थर्रा गया होगा. सियासी जुमले कैश कराने के लिए उन्हें सिंधिया का टाइगर वाला शगूफा मिल ही गया है. वो जहां भी जा रहे हैं एक ही बात दोहरा रहे हैं कि न मैं मामा, न मैं महाराज न चाय वाला. इसके बाद बड़ी चतुराई से एक ही सवाल. जो टाइगर हैं वो कौन से टाइगर हैं. और अंत में एक गंभीर मैसेज कि जब काम करने का वक्त ही नहीं मिला तो काम का आंकलन कैसे होगा. सो अब बदनावर में तो ऐलान ए जंग हो ही चुका है. देखना ये है कि कमलनाथ की ये चुनावी रैलियां क्या रंग लाती हैं. #kamalnathinbadnawar #kamalnathsabhainbadnawar #badnwarvidhansabhaseat #rajwardhandattigaon #congress #bjp #kamlanath #scindiasamarthak #upchunav2020 #byelection2020