ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी क्या ज्वाइन की. बीजेपी में दिनों दिन बागियों की संख्या बढ़ती जा रही है. हालात ये हैं कि बीजेपी के जमे जमाए नेता भी बगावत पर अमादा हैं. कुछ के लिए सिंधिया को मिल रही तवज्जो मुसीबत का सबब बनी है तो कुछ के लिए खुद सिंधिया ही सिरदर्द बने हैं. अब बगावत में अगला नाम मुंगावली विधानसभा सीट का है. जहां से बृजेंद्र यादव बीजेपी से चुनाव लड़ने वाले हैं. सिंधिया खेमे के हैं इसलिए हर काम की शुरूआत सिंधिया से ही होती है. हालात ये हैं कि सिंधिया के चक्कर में बीजेपी स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों को भी भूल जाती है. मूंगावली में भी ऐसा ही हुआ. बीजेपी की वर्चुअल रैली में केपी यादव को बुलाना ही भूल गए. यादव मुंगावली के यादव बहूल समाज के प्रतिनिधि तो हैं ही सिंधिया को हराने वाले सांसद भी हैं. लिहाजा उन्हें भूलकर बीजेपी ने बड़ी गलती कर दी. बाद में यादव को अशोकनगर की रैली में बुलाया गया. पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. बगावत की चिंगारी तो भड़क ही चुकी थी. खबर है कि मुंगावली के बीजेपी कार्यकर्ता अपने सांसद की अनदेखी पर खासे नाराज हैं. सिर्फ इतना ही नहीं यादव को भी पार्टी की ये बात बुरी लग चुकी है. इसलिए अब वो खुद बीजेपी छोड़ने को तैयार हैं. और कांग्रेस का रुख कर सकते हैं. खतरा सिर्फ इतना है कि दोबारा चुनाव होंगे और उसमें अगर वो हार गए तो सांसदी भी जाएगी और पार्टी भी. इसलिए फिलहाल सब्र का हाथ थाम कर जहर का घूंट पी रहे हैं. पर केपी यादव के परिवार ने कांग्रेस में शामिल होने की पूरी तैयारी कर ली है. हो सकता है कि उपचुनाव में यादव परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ता नजर आए. #bjpvirtualrallyinmungawali #mungawali #bjprally #virtualrally #kpyadav #jyotiradityascindia #bjp #bagi #upchunav2020 #byelection2020