मध्य प्रदेश कांग्रेस में दीपक बावरिया के बाद अब मुकुल वासनिक जिम्मेदारी संभालेंगे। खबर तो यही है कि दीपक बावरिया के स्वास्थ्य के चलते इस्तीफे के बाद मुकुल वासनिक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। पर अंदर खानों में खबर है कि दीपक बावरिया हटे नहीं हटाए गए। दरअसल मध्य प्रदेश में सरकार का गिरना और उसके बाद कांग्रेस में गुटबाजी के लिए दीपक बावरिया को दोषी ठहराया जा रहा है। एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से उनकी बिल्कुल नहीं पट रही थी। सरकार बनने के बाद से ही बावरिया चाहते थे कि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर अमल हो और प्रदेश कांग्रेस की कमान ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंप दी जाए। इस मामले में वह शायद आलाकमान के सामने रिपोर्ट पेश कर चुके थे । पर उनकी एक नहीं सुनी गई । नतीजा यह हुआ कि सरकार गिरी और उसके बावजूद भी उन्हें कांग्रेस के मैनेजमेंट में फेल माना जा रहा था । जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने बावरिया को हटाने और उनकी जगह मंझे हुए नेता मुकुल वासनिक को यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया । इससे पहले भी अरुण यादव के अध्यक्ष पद पर रहते हुए वासनिक यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। तो क्या यह मान लिया जाए कि सिंधिया की हिमायत करना बावरिया को भारी पड़ गया।