कांग्रेस के टिकट से अब तक सुरखी विधानसभा सीट पर गोविंद सिंह राजपूत ही चुनाव लड़ते रहे. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि राजपूत ने कभी किसी और कांग्रेसी को इतना पनपने ही नहीं दिया कि वो टिकट की डिमांड कर सके. पर अब राजपूत खुद बीजेपी का हिस्सा बन चुके हैं. यानि वो उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ेंगे. इसके बाद कांग्रेस के सामने मंथन का दौर शुरू हुआ कि राजपूत के बाद अब ऐसा कौन सा दमदार नेता हो सकता है जो उनकी इस सीट को बीजेपी की झोली में न जाने दे. और बरसों से राजपूत के दबदबे वाली इस सीट को उनकी मुट्ठी से खींच लाए. पहले तो लगा था कि शायद प्रत्याशी मुश्किल से मिलेगा. पर हालात इसके ठीक उल्टे निकले. कांग्रेस एक ढंग का प्रत्याशी ढूंढने चली थी. बदले में मिल गए दस. एक साथ दस लोगों ने इन दस लोगों में भूपेंद्र सिंह मोहासा, कमलेश साहू, अरूणोदय चौबे, प्रमिला सिंह, शिवराज सिंह पटेल, महेंद्र सिंह वर्मा, रमाकांत यादव, माधव कटारे जैसे नेता शामिल हैं. कांग्रेस को वैसे तो उम्मीद से कुछ ज्यादा मिल गया है. लेकिन एक साथ दस लोगों की दावेदारी ने कांग्रेस का टेंशन भी बढ़ा दिया है. किसे चुने किसे न चुने ये कांग्रेस के लिए बड़ा सवाल बन चुका है. क्योंकि डर इस बात का है कि जिसे टिकट मिला, उसके बाद जो रूठे होंगे उनका असंतोष ही सुरखी में कांग्रेस की हार का कारण बन जाएगा. #mpnews #newslivemp #govindsinghrajpoot #madhyapradeshpolitics