मामला श्योपुर के एक गांव का है जहाँ गरीबों के राशन की कालाबाजारी की जा रही है। और प्रशासन की योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है। यहाँ प्रशासन ने उचित मूल्य की दुकाने तो खुलवा रखी हैं पर उनमें हमेशा ही ताला लगा रहता है। दुकान के संचालक पूरा राशन बाजार में बेंच लेते हैं। और गरीबों को उनका हक नहीं मिल पाता। वहीं इस मामले पर जब ग्रामीणों से बात की गई तो उनका कहना है कि उन्हें दो से तीन महीने से राशन ही नहीं मिला है। जिससे उन्हें बेहद तकलीफ़ हो रही है ….
गरीबो के हक मारे जाने की जानकारी जिले के जिम्मेवार अधिकारियों को भी है फिर भी वह चुपचाप बैठे हुए है। जब इस बारे में खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने मामले की जानकारी होने की बात कही और आश्वासन दिया कि जल्द ही मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।