बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुरे फंसे हैं और उनकी मुश्किल का कारण बने हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ । कोरोना से निपटने के मामले में योगी आदित्यनाथ के नंबर तो दिन पर दिन बढ़ रहे हैं लेकिन नीतीश कुमार जबरदस्त रूप से पिछड़े रहे हैं । वह भी तब जब उनके प्रदेश में बहुत जल्द चुनाव होना । मामला यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर बिहार से सटा हुआ है । वहां जो भी काम होते हैं उसके उसकी मिसाल बिहार में दी जाती है योगी आदित्यनाथ के तेजी से पूरे प्रदेश से अपने मजदूरों को वापस बुलवा रहे हैं। यह तो सभी जानते हैं नीतीश लगातार इसका विरोध करते रहे जबकि दूसरे प्रदेशों ने भी अपने राज्य के मजदूरों को वापस बुलाना शुरू कर दिया । अब नीतीश की मजबूरी यह है कि बिहार के मजदूर तो देश के कोने कोने में फैले हुए हैं कितने मजदूरों को कहां-कहां से वापस बुलाए और उस पर आने वाले खर्च से भी नीतीश परेशान हैं । पर मुश्किल यह है कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में उनकी मदद नहीं कर सकते क्योंकि अब पूरे राज्य भी इस मामले में अपनी पहल कर चुके हैं। दूसरी तरफ इस मामले मेंं लगातार विपक्ष नीतीश को घेर रहा है और नीतीश की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।