मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को सिंहासन से बेदखल करने के लिए लंबा चौड़ा सियासी गेम चला. जिसके सबसे मुख्य मोहरे साबित हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया. जिनके बीजेपी में आते ही कमलनाथ सरकार को शह मिली. मात की जद्दोजहद अब भी जारी है. इस बीच खबरें आती रहीं कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई तो अगले मुख्यमंत्री एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान ही होंगे. क्योंकि इस तख्तापलट की कवायद में सबसे ज्यादा मेहनत भी शिवराज सिंह चौहान ने ही की है. पर हो सकता है ये सियासी बिसात एक बार फिर पलट जाए. क्योंकि इस बार बॉल सिंधिया के पाले में है. ये तो पहले ही तय है कि कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद बीजेपी आलाकमान तय करेंगे कि बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री कौन होगा. पर फैसले में ट्विस्ट ला सकते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया. आलाकमान ये पहले ही साफ कर चुके हैं कि सीएम बनाने में उनकी राय भी अहम होगी. खबरें हैं कि मुख्यमंत्री फिलहाल तक तो इसके लिए शिवराज सिंह चौहान का नाम उछाला जा रहा है. लेकिन सरकार बनने के बाद फैसला बदल भी सकता है. और अगर ऐसा हुआ तो इसमें सिंधिया का फैसला भी शामिल ही होगा.