चुनाव आते ही पार्टी विशेष के नेताओं को तो राम याद आते हैं लेकिन विरोधी पार्टी भी अब राम नाम जपना सीख गई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी भोपाल में राम नाम के जरिए चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश शुरू कर दी है। दिग्गी राजा ने भोपाल में भव्य राम मंदिर बनाने का ऐलान किया है। चुनावी आचार संहिता लगी होने के बावजूद दिग्विजय सिंह का ये बयान बीजेपी वालों को विरोध का एक मुद्दा दे सकता है। शनिवार को दिग्विजय सिंह रामनवमी के मौके पर भोपाल के हमीदिया स्थित राम मंदिर पहुंचे थे और वहां पर उन्होंने भव्य राम मंदिर बनवाने का ऐलान कर दिया। खास बात ये है कि मंदिर से लगी हुई जिला कांग्रेस कमेटी की जमीन का उपयोग अब राम मंदिर बनाने के लिए किया जाएगा। आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह के सामने बीजेपी ने कट्टर हिंदू की छवि वाली उमा भारती को चुनाव लड़ाने का विचार किया है ऐसे में दिग्विजय सिंह सॉफ्ट हिंदुत्व से निकलकर सीधे मंदिर वहीं बनाएंगे वाले कट्टटर हिंदू मोड में आते नजर आ रहे हैं। हालांकि दिग्गी राजा के इस हिंदू अवतार से कहीं माया मिली न राम या कहें कि मोहम्मद मिले न राम वाली स्थित न हो जाए और भोपाल के मुस्लिम वोटर जो कांग्रेस को वोट देते आ रहे हैं वो कहीं नाराज न हो जाएं और दिग्गी राजा को नुकसान उठाना पड़े। वैसे ये हिंदू कार्ड कांग्रेस का आजमाया हुआ नुस्खा है और विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी को शिव भक्त और राम भक्त बताकर कांग्रेस बीजेपी को उसी के दांव से पटखनी दे चुकी है। अब देखना है राम मंदिर की घोषणा का दिग्विजय सिंह को कितना फायदा मिलता है और ये हिंदू कार्ड वोटों में कितना तब्दील हो पाता है।