मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार एक और नया कारनामा करने जा रही है। प्रदेश सरकार घर से भागने वाले प्रेमी जोड़ों को सेफ हाउस मुहैया कराएगी। इसके लिए हर जिले में सेफ हाउस बनाए जाएंगे जो कि जिले के एसपी के अंडर में रहेंगे। ये सेफ हाउस 4 मंजिला बनाए जाएंगे और इनमें प्रेमी जोड़ों को सुरक्षित जगह मुहैया कराई जाएगी। यानी जो प्रेमी जोड़े घरवालों की मर्जी के खिलाफ शादी कर रहे हैं या शादी करने का मन बना रहे हैं वो घर से भागकर इन सेफ हाउस में शरण लेंगे। यानी कि अब सुरक्षित रूम ढूंढने की चिंता से सरकार ने प्रेमी जोड़ों को निजात दिला दी है। सरकार के इस फैसले का विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि इससे युवाओं के मां बाप से बगावत करके घर से भागने के मामलों में बढ़ोत्तरी होगी और मासूम लड़कियों को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने वाले शोहदों को शह मिलेगी। जब पुलिस ही इस तरह के कामों में प्रोटेक्शन देने लगेगी तो फिर मां बाप किसके पास जाएंगे। लोगों का कहना है कि सीएम कमलनाथ की खुद की कोई बेटी नहीं है लेकिन जिन मां बाप की बेटियां घर से भागकर जाती हैं उनके दिल पर क्या बीतती है ये सीएम को समझना चाहिए और इस तरह के अजीबोगरीब फरमानों को वापस लेना चाहिए। कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह के फरमानों से लव जिहाद के मामले भी प्रदेश में बढ़ेंगे।