कल शिवरात्रि है शिवरात्रि के लिए महाकाल मंदिर सजकर तैयार हो गया है । शिवरात्रि को बाबा महाकाल दूल्हा बनते है और मंदिर को मंडप की तरह सजाया जाता है। शिवरात्रि के आट दिन पहले से महाकाल में तैयारिया शुरू हो जाती है। इन नौ दिवनो सो शिवनवरात्रि के तौर पर मनाया जाता है। आखिरी मतलब कि नौवे दिन बाबा की दूल्हे के रूप में सजते है । आंठवे दिन बाबा शिव तांडव रूप में अपने भक्तो को दर्शन देते है। शिवरात्रि को महाकालेश्वर का आंगन किसी मंडप की तरह सजा है और पूरे आंगन में शादी का माहौल है।इसी दिन भक्त लोग दूर दूर से बाबा के दर्शनो को आते है।