मध्यप्रदेश कांग्रेस के दो बड़े नेता दिल्ली में हैं, दोनों ही सक्रिय हैं लेकिन अलग-अलग। सिंधिया तो पहले से ही दिल्ली में हैं लेकिन सुना है कि दो दिन पहले उन्होंने मध्यप्रदेश कांग्रेस के कुछ चुनिंदा नेताओं की बैठक दिल्ली में ली जिसमें कमलनाथ सरकार के सिंधिया गुट के कुछ मंत्री भी शामिल थे और इस बैठक में सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठी। वहीं शुक्रवार को कमलनाथ भी दिल्ली पहुंचे और कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं और कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों को डिनर पर बुलाया लेकिन जानकारी लगी है कि दिल्ली में होने के बावजूद सिंधिया कमलनाथ के डिनर में नहीं आए। दोनों नेताओं की अलग-अलग सक्रियता को लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म है और सियासी हलचल तेज हो गई है। खास बात ये है कि कमलनाथ के डिनर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आने की उम्मीद थी लेकिन राहुल नहीं आए और कमलनाथ से मुलाकात भी नहीं की। कुछ दिन पहले भी कमलनाथ राहुल गांधी से मिलने पहुंचे थे लेकिन राहुल नहीं मिले थे। इन सारी सियासी हलचलों का सार ये निकाला जा रहा है कि कांग्रेस हाई कमान कमलनाथ से नाराज है और मध्यप्रदेश में जल्द ही कुछ न कुछ बड़ी सियासी कवायद होने वाली है।