मध्यप्रदेश की राजनीति इन दिनों खूनखराबे से सराबोर नजर आ रही है। हालांकि ये खून खराबा फिलहाल ज़बानी ही है। बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने गुरुवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का खून बहाने की धमकी दी। इसके बाद प्रदेश की सियासत में खूनी उबाल आ गया। शुक्रवार को जहां सुरेंद्रनाथ सिंह के मामले को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ जिसके चलते सदन में चर्चा दो बार स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस के विधायकों ने सदन से बाहर आकर जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस विधायक गिरराज दंडोतिया ने भी विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर ये खून बहाएंगे तो हम ऐसे लोगों का गला काट देंगे। वहीं सुरेंद्रनाथ सिंह को हराने वाले कांग्रेसी विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि कमलनाथ का खून बहाने से पहले मुझसे निपटना पड़ेगा। कांग्रेस के मंत्रियों ने भी बीजेपी के पूर्व विधायक के बयान की निंदा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस तरह के नेताओं पर अंकुश लगाने की मांग की। वहीं बीजेपी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस एक व्यक्ति के कारण सदन की कार्यवाही बाधित कर रही है जबकि बीजेपी जनहित के मुद्दे उठाती है तो सवाल उठने लगते हैं। बीजेपी के नेता नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि सुरेंद्रनाथ सिंह पर मामला कायम हो चुका है और सरकार उन पर कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।