नवजोत सिंह सिद्धू ने जब से कांग्रेस का दामन थामा है तब से उन्हें सिवाय धोखे के कुछ नहीं मिला है. पंजाब कैबिनेट में उन्हें पार्टी ने अहम पद दिया लेकिन सीएम अमरिंदर सिंह के साथ सिद्धू की पटरी नहीं बैठी और उन्हें ये पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद सिद्धू की स्थिति फुटबॉल जैसे ही चुकी है जिन्हें बस इधर से उधर घुमाया जा रहा है. पहले खबर थी कि सिद्धू महाराष्ट्र हरियाणा में प्रचार के लिए जाएंगे. लेकिन वहां भी पार्टी ने उन्हें दूर ही रखा. सूत्रों के मुताबिक उन्हें दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का आश्वासन देकर शांत रखा गया. लेकिन अब खबर है कि वहां भी सिद्धू को धोखा ही मिलेगा. कांग्रेस फिलहाल तीन नामों पर विचार कर रही है और ये कहने की जरूरत नहीं कि बाकी दो नाम को सिद्धू से ज्यादा तवज्जो मिलेगी. इनमें से हैं कीर्ति आजाद और दूसरे हैं संदीप दीक्षित, कीर्ति आजाद दिल्ली में मजबूत नेता के तौर पर जाने जाते हैं और संदीप दीक्षित को तो दिल्ली शीला दीक्षित से विरासत में ही मिली है. लिहाजा सिद्धू का यहां से भी सिद्धू किक मारकर कहीं और पहुंचा दिए जाएं तो कुछ ताज्जुब नहीं होगा.