Ayodhya Ram janmbhoomi में मिली विक्रमादित्य के युग की भगवान शिव की प्रतिमा, पुराना कुआं और कलश

अयोध्या में राम जन्मभूमि को समतल करने का काम जारी है. ग्यारह लोग लगातार इस काम में लगे हुए हैं. और अचानक उन्हें इस काम के दौरान चमत्कार होता दिखाई दिया. समतलीकरण की प्रक्रिया के बीच जमीन से खुद भगवान राम प्रकट हुए. असल में जमीन के नीचे से पुराने मंदिरों के कुछ अवशेष मिले हैं. जिसमें कलश, एक दर्जन से ज्यादा पत्थर के स्तंभ, देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां, नक्काशीदार शिवलिंग, पुराना कुआं और चौखट मिली है. जो मंदिर में काम कर रहे भक्तों के लिए खुद भगवान के प्रकट होने जैसा ही है. ये सारा सामान उस जगह से मिला है जहां मंदिर में रामलल्ला का मूल गर्भगृह स्थित है. इसलिए भी लोगों की आस्था इतनी गहरी है. हालांकि अभी ये नहीं पता चला है कि ये सारे अवशेष विक्रमादित्य युगीन मंदिर के हैं या उसके बाद किसी मंदिर के. इतिहासविदों के मुताबिक इस पूरे मंदिर में आध्यात्मिक इतिहास की कई निशानियां मौजूद हैं. जैसे जैसे खुदाई आगे बढ़ेगी और भी कई चमत्कार देखने को मिलेंगे.

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