महाराष्ट्र में सरकार अब भी फंसी हुई है. गठबंधन टूट की कगार पर है. दूसरी तरफ झारखंड चुनाव सिर पर हैं. और यहां भी घटक दल अलग अलग दबाव बना रहे हैं. पर मुश्किलें इतने पर ही खत्म होने वाली नहीं है. अब बीजेपी की मुश्किल बढ़ाने आए हैं मुस्लिम लीडर असदुद्दीन ओवैसी. जिन्होंने ये ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी झारखंड की पैंतीस सीटों से चुनाव लड़ेगी. जाहिर है ओवैसी की ये दस्तक बीजेपी के कानों में जोरदार गूंजेगी. अयोध्या मसले पर आए फैसले से ओवैसे पहले ही नाराज है. इसमें कोई शक नहीं कि वो झारखंड के मुस्लिम बाहुल सीटों पर पूरे जोरशोर से गरजेंगे. जिसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है. अब बीजेपी के सामने दोहरी मुश्किले हैं अपने घटक दलों से निपटना और ओवैसे की काट ढूंढना.