अब तक महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन कर कांग्रेस भारी खुश होगी कि बीजेपी के वजयी रइथ को रोकने में एक बार फिर कामयाब हो गई. पर अब जो शिवसेना प्रमुख और अब महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा उसे सुन कर एक बार फिर कांग्रेस की टेशन बढ़ गई होगी. और ये हिंट भी मिल गया होगा कि कांग्रेस का सेक्युलर फंडा ठाकरे साहब पर काम करने वाला नहीं है. फिलहाल तो जो ठाकरे ने कहा उसे सुनकर यही लगता है कि वो अपने भगवा एजेंडे पर बरकरार रहेंगे. सीएम पद की शपथ लेने के बाद ठाकरे ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनका पसंदीदा रंग किसी भी लॉन्ड्री की धुलाई से नहीं जाएगा. यहां पसंदीदा रंग यानि कि भगवा है. और लॉन्ड्री है कांग्रेस. यानि कांग्रेस के लिए मैसेज साफ है कि वो सरकार भले ही शिवसेना के साथ मिल कर चलाए लेकिन अपना सेक्यूलरिज्म उस पर थोप नहीं पाएगी. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि अपनी इस बात पर ठाकरे टिके रहते हैं या कुर्सी की खातिर समझौता करते हैं.