जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर के बल्लेबाज विधायक आकाश विजयवर्गीय को लेकर नाराजगी दिखाई है तब से आकाश विजयवर्गीय एक दम शांत बने हुए हैं। लोगों का कहना है कि पिछले दो तीन दिनों से आकाश विजयवर्गीय घर से ही नहीं निकले हैं, आकाश शहर में भी हैं या नहीं ये भी किसी को पता नहीं है। आकाश के समर्थन में जश्न मनाने वाले और उनका पक्ष लेने वाले नेता भी अब इस संबंध में कन्नी काटते नजर आ रहे हैं। आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने भी पहले आकाश का पक्ष लिया था लेकिन बाद में मोदी की नाराजगी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदीजी परिवार के मुखिया और पिता तुल्य हैं। उनके इस बयान में भी अपनापन छिपा है। हालांकि जिस तरह जेल से रिहा होने के बाद आकाश का स्वागत किया गया था और खुद आकाश ने भी बाहर आते ही अपने कृत्य को सही ठहराया था वह तेवर अब कहीं दिखाई नहीं दे रहे। आकाश का फेवर करने वाले बीजेपी के बाकी नेता भी अब शांत हैं। मीडिया में ये भी जानकारी दी जा रही है कि आकाश को बीजेपी की अनुशासन समिति का नोटिस मिला है हालांकि बीजेपी के सूत्र इससे इनकार कर रहे हैं। अब देखना है कि आकाश की ये शांति कुछ दिनों की है या हमेशा की।