ओंकारेश्वर बांध से लगातार बारिश के बाद जहां निरंतर पानी बढ़ने का क्रम जारी है। वहीं पानी के बहाव में मोरटक्का स्थित नर्मदा पुल के एक पिल्लर का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। इससे कोई परेशानी नही है। लेकिन अंग्रेजो के समय बने इस पुल को सो साल से अधिक हो जाने के बाद भी आज हजारो वाहनों के आवागमन का प्रमुख जरिया है। पिल्लर के हिस्से के क्षतिग्रस्त होने के बाद प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए हैं। रविवार सुबह से ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोलकर पानी छोड़ने का काम चल जा रहा है। जिससे लगातार तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर सहित निचले क्षेत्र के घाट जलमग्न हो गए हैं। इंदौर इच्छापुर मार्ग स्थित मोरटक्का पर बने पुल के पिल्लर भी इस पानी में क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद प्रशासन इस पर चौकस नजर बनाए हुए हैं। साथ ही पुल के अन्य पिल्लर की देखरेख कर रही है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि लगातार पानी बढ़ता रहा तो पुल का आवागमन बंद होने की संभावना बनी हुई है।
सनावद से विवेक विद्यार्थी की रिपोर्ट