सियासत में बाजी कुछ ऐसे ही पलटती है. सियासत के पुराने खिलाड़ी महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया तो ये खूब जानते होंगे. अब उन्हें महसूस भी होने लगा होगा. जब से सिंधिया लोकसभा चुनाव हारे. उसके बाद से अब तक पार्टी ने उन्हें कोई जिम्मेदारी नही दी है. नतीजा ये है कि सिंधिया के अपने ही अब उनसे कन्नी काट रहे हैं. न हो यकीन तो ये तस्वीरें देख लीजिए. ये ग्वालियर के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा हैं. जो अब तक सिंधिया के बेहद करीबी थे. लेकिन सिंधिया पावर विहीन क्या हुए शर्मा ने दिग्विजय सिंह का हाथ थामना ही बेहतर समझा. वैसे सिंधिया समर्थक दिग्विजय सिंह की इतनी खातिरदारी कम ही करते हैं. अपने घर बुलाकर खाना खिलाया आवभगत की और फिर गले में हाट डालकर फोटो भी खिंचवा लिया. वैसे आपको बता दें कि शर्मा को जिलाध्यक्ष बनाने का क्रेडिट तो सिंधिया को ही जाता है. पर अब मामला निगम मंडल में नियुक्तियों का है. सो शर्मा को भी गुट बदलने में ही भलाई लगी. भई जब सिंधिया अपने लिए ही कुछ नहीं कर पा रहे तो अपने समर्थकों के लिए क्या कर सकेंगे. ये सवाल तो जायज है.