एमपी की राजगढ़ लोकसभा सीट से बीएसपी की उम्मीदवार निशा त्रिपाठी के नामांकन वापस लेने का जितना झटका बीएसपी को लगा है उतना ही बीजेपी को भी लगा है। कांग्रेस ने यहां से मोना सुस्तानी को उम्मीदवार बनाया है जो कि इलाके के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की समर्थक मानी जाती हैं। बीएसपी ने यहां से पार्टी के स्थानीय नेता डॉ. ओपी त्रिपाठी की पत्नी निशा त्रिपाठी को टिकट दिया था। बीजेपी ने वर्तमान सांसद रोडमल नागर पर फिर से दांव लगाया है। मोना सुस्तानी वैसे तो चुनाव में टक्कर देती नजर आ रही थीं लेकिन रोडमल नागर का पलड़ा भारी नजर आ रहा था और बीजेपी को उम्मीद थी कि कांग्रेस के कुछ वोट बीएसपी उम्मीदवार में बंट जाएंगे और इसका फायदा उन्हें मिलेगा लेकिन अब जबकि बीएसपी उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया है तो कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में आ गई है और बीजेपी की राह मुश्किल होती दिखाई दे रही है। खास बात ये है कि इस लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है। बीजेपी के पास सिर्फ 2 सीटें हैं और एक पर निर्दलीय विधायक है। बीएसपी उम्मीदवार निशा त्रिपाठी ने टिकट मिलने के बाद काफी सक्रिय जनसंपर्क शुरू किया था लेकिन अब उनके पाला बदलने से सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को होता दिखाई दे रहा है।