रतलाम में हुआ अंधा कत्ल पुलिस के साथ कांग्रेस के लिए भी मुसीबत बना था लेकिन आखिरकार मामले का खुलासा हुआ और जानकारी मिली कि जिसकी हत्या होने की आशंका जताई जा रही थी दरअसल वह हत्यारा है। आरएसएस के कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की लाश मिलने की सूचना रतलाम पुलिस को मिली थी जिसके बाद भाजपा और संघ के लोगों ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर हंगामा किया था। बाद में पुलिस की जांच में मालूम पड़ा कि जिसे मृतक माना जा रहा था लाश उसकी नहीं है बल्कि उसकी है जिस पर हत्या का शक किया जा रहा था। यानी की जिसे हत्यारा माना वो मृतक निकला और जिसे मृतक माना वो हत्यारा निकला। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिम्मत पाटीदार ने अपने खेत पर काम करने वाले मदन मालवीय की हत्या करके उसके चेहरे को जला दिया था और उसे खुद की लाश दर्शाया था। पुलिस के मुताबिक पाटीदार पर 10 लाख रुपए का कर्ज था। उसने बीमा की रकम हड़पने के लिए ये कांड किया और अपनी ही बाईक पर मदन मालवीय हाली को लेकर आया और उसकी खेत पर हत्या कर दी।