कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी ये बात जरा पुरानी है. पर इतनी भी नहीं कि बताई न जा सके. बात तब की है जब सिंधिया मध्यप्रदेश दौरे पर आए थे. खूब मजमा लूटा. लंच डिनर मीटिंग हर तरह की पॉलीटिक्स भी हुई. कार्यकर्ताओं ने प्यार तो इतना दिखाया कि पीसीसी के ग ट तक तोड़ दिए. सिंधिया जब तक यहां रहे सीएम कमलनाथ के साथ नजर नहीं आए. इस पर सवाल भी हुए तो सिंधिया ने जो जवाब दिया उसे सुनकर सभी लोग चौंक गए. सिंधिया ने दो टूक लहजे में कह दिया कि हर बार सीएम से मिलना जरूरी नहीं है. हो सकता है न भी हो. लेकिन जब बात गुटबाजी की खबरों को खारिज करना हो तो मिलना जुलना भी जरूरी होता है. ये न सीएम कमलनाथ समझे और न ही ज्योतिरादित्य सिंधिया.