कितने सफल रहे गांधी-नेहरू परिवार के कांग्रेस अध्यक्ष?

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नए अध्यक्ष को चुनने की कवायद की जा रही है। दरअसल दो साल पहले राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद से ही कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही थी और इस बार के लोकसभा चुनावों में 134 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी को लगातार दूसरी बार 10% से भी कम सीट मिली। सोनिया गांधी के अध्यक्ष रहते हुए 2014 में पार्टी 44 सीटों पर सिमट गई थी, जबकि 2019 में सीटों की संख्या थोड़ा बढ़कर 52 हो गई। राहुल गांधी ने पार्टी की इस हालत की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और गैर नेहरू-गांधी व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने की सलाह दी। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने और गांधी-नेहरू परिवार के किसी भी सदस्य के अध्यक्ष नहीं बनाए जाने की संभावना के बाद अब ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या गांधी-नेहरू परिवार का अध्यक्ष ही कांग्रेस को सफलता दिला सकता है। हालांकि देखा जाए तो आजादी के बाद गांधी नेहरू परिवार के सिर्फ 5 अध्यक्ष बने हैं और 19 में से 14 अध्यक्ष गैर गांधी-नेहरू परिवार से रहे हैं। आम चुनावों में कांग्रेस को सफलता दिलाने और सरकार बनाने के मामले में तुलना की जाए तो गांधी-नेहरू परिवार और गैर गांधी-नेहरू परिवार के अध्यक्षों में कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं है। आज़ादी के बाद के 72 सालों में से 37 साल गांधी-नेहरू परिवार के सदस्य कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। आजादी के बाद हुए 17 लोकसभा चुनावों में से गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों की अध्यक्षता में कांग्रेस ने 10 आम चुनाव लड़े और इसमें से उसे 6 चुनावों में जीत मिली और 4 में हार का सामना करना पड़ा। वहीं गैर नेहरू-गांधी अध्यक्षों ने 7 लोकसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व किया, जिनमें से 4 में पार्टी को जीत मिली। इस हिसाब से गैर गांधी-नेहरू परिवार के अध्यक्षों की सफलता का प्रतिशत 57% है वहीं नेहरू-गांधी परिवार के अध्य़क्षों की सफलता का प्रतिशत 60% है। गांधी परिवार से राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। राजीव गांधी 1985 में अध्यक्ष बने और पार्टी 1989 का चुनाव हार गई। सोनिया गांधी 1998 में अध्यक्ष बनीं, लेकिन अगले ही साल 1999 में हुए आम चुनाव में कांग्रेस हार गई। इस चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिलीं। इसके बाद 2014 के चुनाव के वक्त भी सोनिया गांधी ही अध्यक्ष थीं। इस चुनाव में कांग्रेस को अपने इतिहास की सबसे कम 44 सीटें ही मिल सकीं। 2019 के चुनाव के दौरान राहुल गांधी अध्यक्ष थे। पार्टी सिर्फ 52 सीटें ही जीत सकी।
1952 364/ 44.9% जवाहर लाल नेहरू

1957 371/ 47.7% UN ढेबर

1962 361/ 44.7% नीलम संजीव रेड्डी

1967 283/ 40.7% K कामराज

1971 352/ 43.7% जगजीवन राम

1977 153/ 34.5% देवकांत बरुआ

1980 351/ 42.6% इंदिरा गांधी

1984 404/ 49% राजीव गांधी

1989 197/ 39.5% राजीव गांधी

1991 244/ 36.6% राजीव गांधी

1996 140/ 28.8% पीवी नरसिम्हा राव

1998 141/ 25.8% सीताराम केसरी

1999 114/ 28.3% सोनिया गांधी

2004 145/ 26.7% सोनिया गांधी

2009 206/ 28.5% सोनिया गांधी

2014 44/ 19.3% सोनिया गांधी

2019 52/ 19.5% राहुल गांधी

(Visited 144 times, 1 visits today)

You might be interested in

LEAVE YOUR COMMENT