पूरा शहर,वीरान,सुनसान सड़को पर मवेशियों का डेरा,ये मवेशी भी सोच रहे होंगे कि इन्हें डंडे मारकर भगाने वाले अचानक से कहां गायब हो गये. जिस तरह से इन पशुओं ने सड़क पर अपना डेरा जमा रखा है.उससे तो लगता है कि ये पशु इसी के हकदार है .परन्तु प्रगतिशील मानव ने इनका जल,जंगल,जमीन,छीनकर कांक्रीट के महल बना डाले फलस्वरूप प्रकृति का संतुलन दिन प्रतिदिन गड़बड़ा रहा है.आज कोरोना नामक महामारी इसी का परिणाम है.बुद्धियुक्त मानव ,विवेकशील होकर भी सबकुछ काटकर खा जाने वाले कार्य के चलते नित नई लाईलाज बीमारी को नियंत्रण दे रहा है. रायगढ़ से चंद्रकांत शर्मा की रिपोर्ट