रायसेन के उदयपुरा में रहने वाला 40 साल का दिव्यांग युवक लोगों के घरों में रोशनी कर रहा है….. यह रोशनी उसे रोजगार भी दे रही है…. लगातार बिजली के भारी बिलों से परेशान रहवासी सीएफएल बल्व उपयोग करते हैं…. जिन्हें खराब होने पर फेंक दिया जाता है… पर अब अंजनी शर्मा के होते हुए ऐसे बल्बों को फेंकने की जरुरत नहीं हैं… अंजनी उन बल्वों को पुनः जलने लायक बना देते हैं… यह युवक सुबह अपनी ट्राई सायकिल पर घर-घर जाकर बल्ब सुधारने के लिये लेकर आते हैं… और शाम को ठीक कर 20 से 30 में सुधारते है…. जिससे उन्हें 8 से 12 हजार रूपये तक कमाई हो जाती है… जिन बल्वो को फ्यूज समझकर फेंक दिया जाता है… उन बल्वो को ठीक कर अंजनी अपनी रोजी रोटी चलते हैं… अंजनी दिव्यांग और मूक बधिर होते हुए भी विजली बचाओ का सन्देश दे रहे हैं… -हालात के आगे हार नही मानना किसे कहते है इस दिव्यांग से सीखिए…. जिसका संघर्ष से भरा जीवन और बल्ब सुधारने का टेलेंट एक प्रेरणा देता है….न्यूजलाइव के लिए रायसेन से अजय गोहिल की रिपोर्ट