भोपाल सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनने के बाद से दिग्गी राजा लगातार मंदिरों के चक्कर काट रहे हैं। हिंदू विरोधी छवि वाले दिग्विजय सेक्यूलर और भक्तिमय नजर आ रहे हैं। दिग्गी लगातार सभी धर्मों के मंदिरों और धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लेते दिखाई दे रहे हैं। रविवार को भी दिग्गी राजा ओंकारेश्वर पहुंचे और ओंकार पर्वत की परिक्रमा की। इस परिक्रमा के बाद दिग्विजय ने नर्मदा पूजन कर चुनरी भी चढ़ाई। इस दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ मौजूद रही। पर दिग्विजय के इस भक्त रूप को राजनीतिक विशेषज्ञ सीधे चुनाव से जोड़ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिग्विजय अपनी हिंदू विरोधी छवि से बाहर आकर सेक्यूलर बनना चाह रहे हैं। तो कुछ का कहना है कि दिग्विजय को अपने मुख्यमंत्री काल के दिन याद आ रहे हैं। और उनको लगता है कि उनकी किस्मत अब भगवान भरोसे ही है। खैर यदि दिग्गी के शासनकाल के MP को याद किया जाए तो यह बात कहीं से गलत भी नहीं लगती।