मध्यप्रदेश में पीसीसी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सियासी हलचल बढ़ गई है। सिंधिया समर्थक ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं वहीं अब दिग्विजय गुट ने भी लामबंदी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि सिंधिया का नाम सामने आने के बाद सिंधिया के विरोधी एक जाजम पर आ रहे हैं और कोशिश की जा रही है कि सिंधिया को प्रदेश की राजनीति से बाहर ही रखा जाए। दिग्विजय सिंह और उनके समर्थक मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने मंगलवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बंगले पर जाकर उनसे मुलाकात की थी और बुधवार को कांग्रेस के लगभग 25 विधायक अजय सिंह के बंगले पर पहुंच गए। माना जा रहा है कि पीसीसी अध्यक्ष के लिए अजय सिंह का नाम आगे बढ़ाने और उस पर मुहर लगवाने के लिए रणनीति बनाई जा रही है। एक तरफ कमलनाथ अपने किसी खास व्यक्ति को पीसीसी चीफ बनाने की कोशिश में हैं वहीं दिग्विजय और सिंधिया गुट के नेता अपने नेताओं के समर्थन में लामबंद होने लगे हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है और अब फिर से ये गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। कोई बड़ी बात नहीं अगर पीसीसी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी, बगावत और जूतमपैजार जैसी स्थिति निर्मित हो जाए। पहले भी ऐसे मौकों पर कांग्रेस में कलह मच चुकी है और इस बार भी ऐसा ही होने के आसार नजर आ रहे हैं।