मंथन तो अभी शुरू हुआ है. विष तो अभी और निकलेगा. जब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंथन से निकला विष तो शिव ने ही पिया था. तब कुछ कांग्रेस नेताओं ने भी यही कहा था कि मंथन तो अभी शुरू ही हुआ है. सही ही कहा था मंथन तो अभी शुरू ही हुआ है. अभी शिवराज को तो बहुत विष पीना है. बीजेपी के हलके ये खूब जानते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार में शिवराज की एक नहीं चली. खबर तो ये भी है कि शिवराज की लिस्ट को एक तरफ रख दिया गया और पूरी लिस्ट नए सिरे से तैयार की गई. ये घूंट तो शिवराज ने हंसते हंसते पिया. इसके बाद जो बगावत उपजेगी उसका विष भी उन्हें ही पीना है. लेकिन उससे पहले ही जहर का एक घूंट उन्हें पीना होगा. मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर. क्योंकि आलाकमान ने विभाग बंटवारे का फैसला भी खुद अपने हाथ में ले लिया है. साफ है कि अगर विभागों का बंटवारा दिल्ली में हुआ तो फिर शिवराज की एक नहीं चलेगी. यहां भी बाजी ज्योतिरादित्य सिंधिया ही मार ले जाएंगे. वैसे भी जो पहले पांच मंत्री बने उसमें जो दो मंत्री सिंधिया खेमे के हैं उनमें से एक को भी महत्वपूर्ण पद नहीं मिला है. पर अब खबर है कि दिल्ली से जब विभागों का बंटवारा होगा तब सिंधिया समर्थकों को अहम जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. ताकि वो दम से अपने अपने क्षेत्रों में जाकर चुनाव प्रचार कर सकें. भले ही उसमें शिवराज की मर्जी हो या न हो. #vibhaghbantwara #mpnews #newslivemp #shivrajsinghchouhan #portfoliodistribution #shivrajcabinet #mantrimandalvistar #jyotiradityascindia #bjp #shivrajsinghchouhan